आज कल कई फर्जी लोगों ने आस्था को भी धंधा बना के रख दिया है. इसी लिए आम जनता को जागरूक रहने को कहा जाता है. एक और प्रवचन करने वाले बाबा को यौन शोषण में गिरफ्तार करने का मामला सामने आया है. लेकिन क्राइम ब्रांच की जाँच में बड़ी ही चौंकाने वाली खबर समाने आयी है
अभी मिल रही बड़ी खबर के मुताबिक हिन्दू आस्था के ऊपर अब पंक्चर बनाने वालों की भी नज़र पड़ गयी है और उन्होंने इसमें मोटी कमाई का रास्ता ढूंढ निकाला है. कई समाचार चैनलों पर लोगों का भविष्य बताने वाला,प्रवचन करने वाला ज्योतिषाचार्य और हस्तरेखा विशेषज्ञ आशु महाराज को एक महिला और अपनी ही नाबालिग बेटी का यौन शोषण में गिरफ्तार कर लिया गया है.
लेकिन क्यों अचानक से मीडिया ने ये खबर दिखानी बंद कर दी इसके पीछे का कारण आपको भी हैरान करके रख देगा. इस मामले में दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है तो रोज ही नए खुलासे होने लगे हैं.
आपको जानकार और बड़ा झटका तब लगेगा जब आप जानेंगे कि ये 1990 के शुरुआती दौर में वजीरपुर की जेजे कॉलोनी में एक साइकल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था और पंक्चर बनाया करता था.इसके कुछ दिन बाद वह उत्तरी दिल्ली के सराय रोहिल्ला इलाके में शिफ्ट हो गया और वहां ज्योतिषी के तौर पर काम करने लगा। देखते ही देखते उसके तमाम अनुयायी हो गए थे और ये मोटी रकम खींचने लगा था. आसिफ खान पिछले करीब 25 सालों में रंक से राजा बन चुका था और करोड़ों अरबों की प्रापर्टी खड़ी कर ली थी
एक मुसलमान होने के बावजूद आसिफ़ खान आशु भाई गुरुजी बनकर भक्तों की आस्था से खिलवाड़ करता रहा. तो फिर सवाल ये कि आखिर आसिफ खान क्यों बना आशु भाई गुरुजी. तो इसका जवाब आसिफ खान का इतिहास देगा. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक
साल 2018 आते आते वो करोड़ों का मालिक बन गया. आशु के पास सिर्फ करोड़ों रुपये ही नहीं बल्कि कई महंगी कारें भी हैं. आशु भाई का भविष्य बताने का ये धंधा इतना फला फूला कि अब आलम ये है कि दिल्ली के कई इलाकों में बाबा की करोड़ों की प्रापर्टी है. जिसमें प्रीतम पुरा के तरुण एंकलेव में बंगला है.
रोहिणी सेकटर 7 में आश्रम और साउथ दिल्ली के हौज़खास जैसे पॉश इलाके में ऑफिस है. और तो और बाबा ने अब अपना बिज़नेस इतना बढा लिया था कि वो आयुर्वेदिक डॉक्टर भी गया था. जहां इलाज भी खुद करता था और दवाएं भी खुद बनाता था. मतलब एक बार मुर्गा फंस गया तो ये बाबा उसका खून तक चूस लिया करता थाआशु भाई गुरुजी ने आसिफ खान बनकर अपने गोरखधंधे की शुरूआत साल 1990 में की.