दुनिया में कई देश और सभी देशों की अलग-अलग संस्कृति, हाव-भाव, रीति-रिवाज है. कुछ देश आज सभी पैमानों पर दुनिया में सबसे आगे तो कुछ ऐसे देश भी है जहाँ के लोग बड़े ही कष्ट से अपना जीवन व्यतीत कर रहे है. लेकिन एक ऐसा देश है जिसकी बात पूरी दुनिया से अलग है और वो देश है उत्तर कोरिया.
उत्तर कोरिया में ना तो कोई संविधान है और ना ही कोई लोकतंत्र. उत्तर कोरिया को चलाने वाला है एक ही आदमी जिसका नाम है किम जोंग उन. किम आज के दौर में भी एक तानाशाह है और उसके पेचीदा फरमानों की कहानियाँ सुनने को मिलती रहती है. हाल ही में किम का अमेरिका के साथ मतभेद चल रहा था और किम ने परमाणु हमले की भी धमकी दे डाली थी. उत्तर कोरिया दुनिया के सभी देशों से दूरी बनाये रखता है मगर इस बार तानाशाह ने ऐसा कदम उठाया है जिसने सबको चौंका दिया है.
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग ऐतिहासिक वार्ता के लिए शुक्रवार को दक्षिण कोरिया पहुंच गए, जहां दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन ने उनसे मुलाकात की। किम जोंग उन 1953 में कोरियाई युद्ध के समाप्त होने के बाद से दक्षिण कोरिया की जमीन पर कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले नेता हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच औपचारिक वार्ता सीमावर्ती गांव पनमुनजोम में शुरू हो गई है। इससे पहले कोरियाई देशों के सीमावर्ती गांव पनमुनजोम में मून और किम जोंग ने गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाए। दोनों नेताओं को एक सार्थक बातचीत और एक संभावित शांति संधि होने की उम्मीद है।
बीबीसी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर वार्ता होने की उम्मीद है लेकिन कई विश्लेषक किम जोंग उन के परमाणु कार्यक्रमों को छोड़ने के उनके संकेतों पर अभी भी संदेह जता रहे हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, किम जोंग उन का दक्षिण कोरिया पहुंचने पर स्वागत किया गया। दोनों नेताओं के बीच कोरियाई देशों को विभाजित करने वाले सीमा पर बने पनमुनजोम गांव में पीस हाउस की दूसरी मंजिल पर बने कॉंफ्रेंस रूम में हो रही है।
इससे पहले सैन्य सीमा रेखा (एमडीएल) पर किम और मून मुस्कुराए और हाथ मिलाया। 1950-1953 का कोरियाई युद्ध समाप्त होने के बाद एमडीएल बनाई गई थी। किम जोंग ने सम्मेलन स्थल पर कहा कि उन्हें बेहतरीन चर्चा होने की उम्मीद है। यह ऐतिहासिक बैठक उत्तर कोरिया के उन संकेतों पर भी केंद्रित होगी, जिसमें किम जोंग ने अपने परमाणु हथियारों को छोड़ने की इच्छा जताई थी। किम जोंग और मून जे इन ने सीमा पर एक दूसरे से हाथ मिलाया।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने पहले एक कदम उत्तर कोरियाई सीमा की ओर बढ़ाते हुए किम जोंग से कहा, “मुझे आपसे मिलकर खुशी हुई है।” इसके बाद दोनों नेता दक्षिण कोरिया की तरफ पीस हाउस की ओर चले गए।
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source political report