नई दिल्ली : पीएम मोदी के मेक इन इंडिया और न्यू इंडिया के शानदार आगाज़ के लिए आज भारतीय रेलवे ने इतिहास रच दिया है. न्यू इंडिया में रेलवे उन 70 साल पुरानी रेल को बदल कर आधुनिक तकनीक और तेज़ रफ़्तार वाली रेल ला रहा है.
अभी मिल रही खबर के मुताबिक देश की सबसे आधुनिक बिना इंजन वाली ट्रेन T-18 का रविवार को सबसे हाई स्पीड पर टेस्ट किया गया. ट्रेन-18 ट्रायल के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड से दौड़ी और इस तरह यह देश की अब तक की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन बन गई है। बता दें, इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 220 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है.
इससे पहले भारतीय पटरियों पर टैल्गो ट्रेन 180 की स्पीड से दौड़ी थी, लेकिन वह स्पेन की ट्रेन थी। मौजूदा समय में भारत की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस दिल्ली से झांसी के बीच अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से सफर करती है।
ICF प्रमुख सुधांशु मनी दूसरे ट्रायल के दौरान मौजूद रहे. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस संबंध में एक वीडियो ट्वीट किया है. अभी इस ट्रेन को 200 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाए जाने की संभावना है.
पिछली सरकार वही 70 सालों से आज़ादी से भी पहले वाली ट्रेन घिसे जा रही थी. कोंग्रेस ने सेना को 30 सालों से आधुनिक हथियार नहीं दिए, आधुनिक ट्रेन क्या देते. जबकि आज आधुनिक ज़माने में भारत को आधुनिक और सुरक्षित ट्रेन की ज़रूरत है जो मोदी सरकार में संभव हो रहा है.
जोर स्पीड का झटका धीरे से लगा: Train 18 exceeds 180kmph during trial. The stability of water bottles at this speed is testament to the quality of workmanship and design of our engineers pic.twitter.com/CImC49ljgm
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 2, 2018
नेक्स्ट जेनरेशन की ट्रेन कही जा रही ट्रेन-18 का ट्रायल दिल्ली-मुंबई राजधानी रूट पर किया जा रहा है। शनिवार को ट्रायल के दौरान ट्रेन 170 किलोमीटर प्रति घंटे के स्पीड से दौड़ी, जबकि रविवार को इसने नया रेकॉर्ड बनाया। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने एक विडियो शेयर करके बताया है कि इतनी स्पीड में भी ट्रेन में झटके नहीं लग रहे हैं। विडियो में पानी के बोतलों को दिखाया गया है, जो काफी स्थिर हैं। उन्होंने लिखा, ‘जोर स्पीड का झटका धीरे से लगा।’
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