नई दिल्ली : भारत आज सफल नेतृत्व के चलते तेज़ी से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनता जा रहा है. चीन को पछाड़ते हुए दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था भारत बन चुका है. अभी हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने ज़बरदस्त रिपोर्ट दी थी कि आने वाली दो तीन सालों तक भारत की अर्थव्यवस्था 7.5% फीसदी से ऊपर की रहेगी.
फिर भी बड़े शर्म की बात है दिल्ली में कांग्रेस के अधिवेशन में आज बड़े अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. दरअसल ये असली अर्थशास्त्री नहीं कांग्रेस की चाशनी में डूबा हुआ अर्थशास्त्री बोल रहा है. जबकि अमेरिका के नोबेल पुरूस्कार विजेता अर्थशात्री ने जो बात कही है उसे सुन आपका सीना गर्व से फूल उठेगा.

मोदी राज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत ने मनवाया अपना लोहा
अभी मिल रही ताज़ा खबर के मुताबिक ब्रिटेन ने भारत पर कब्ज़ा किया, उसे प्रगति करने से रोका, शोषण किया, लूटा इस सबसे भी भारत को महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक पाया. आज उसी भारत के सामने ब्रिटेन की कोई औकात नहीं है. नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल क्रूगमैन ने भारत को लेकर बड़ी बात कही है.
उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले 30 सालों में जितनी आर्थिक प्रगति की है वो बेहद आश्चर्यजनक है और अद्भुत है उतनी तो ग्रेट ब्रिटेन को करने में 150 साल लग गए थे. एक न्यूज चैनल की समिट में हिस्सा लेते हुए उन्होंने शनिवार को ये बात कही कि आर्थिक मोर्चे पर भारत ने जितनी तेजी से प्रगति की है उतनी तो ब्रिटेन को करने में 150 साल लग गए सोचिये अगर भारत बहुत पहले ही आज़ाद हो गया होता तो आज भारत कहाँ से कहाँ होता.
आज अमेरिका को कड़ी टक्कर दे रहा है भारत
विश्व के उभरते हुए बाजारों में मध्यम श्रेणी की बढ़ती आय पर उन्होंने कहा, ‘जब लोग कहानी की बात करते हैं तो अक्सर उनका ध्यान चीन पर केंद्रित होता है लेकिन भारत भी कहानी का हिस्सा है, भारत बढ़ती जनसंख्या के कारण अभी भी गरीब है लेकिन उस स्तर पर नहीं जितना पहले था. भारतीय प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद करीब 12 फीसदी है जो अब अमेरिका के बराबर हो चुका है.ये वाकई में ज़बरदस्त प्रगति है’

जापान चीन से भी आगे भारत
भारत की आर्थिक प्रगति को असाधारण करार देते हुए उन्होंने कहा कि देश जापान-चीन से आगे निकल (परचेंजिंग पावर के मामले में) दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. यही नहीं पूरे यूरोप के किसी भी देश से कहीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है भारत. भारत जिस मुकाम पर आज खड़ा है वहां पहुंचने के लिए यूरोप के देशों और दस साल लगेंगे.
उन्होंने कहाँ भारत में लाइसेंस राज रहा है, जहां पिछली सुस्त सरकारों के चलते नौकरशाही बाधाएं बहुत रही हैं और पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हो सकती लेकिन मौजूदा सरकार में इसमें काफी कमी आई है. भारत में व्यापार करना काफी आसान हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि व्यापार करने की सुगमता में भारत 148 से सीधा 100वें स्थान पर आ गया है. यह बेहद अश्चार्यजनक है लेकिन सम्मान का तमगा नहीं है लेकिन यह पहले से बेहतर है. भारत अगर इसी तेज़ी से बढ़ता रहा तो उसका मुकाबला करने के लिए दूर दूर तक कोई नहीं होगा’

आपको बता दें वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष 2018-19 में 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. इसके साथ ही वित्त वर्ष 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने एक बार फिर दोहराया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2018 में 7.4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. आईएमएफ ने उम्मीद जताई है कि नोटबंदी और जीएसटी के बावजूद भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास करेगा. आईएमएफ ने 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहेगी.
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2018 में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और वह चीन के मुकाबले आगे निकल जाएगा. जो की आज मोदी राज में मुमकिन हो पाया है भारत दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है.
सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) की रिपोर्ट के अनुसार भारत 2018 में ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है

.प्रसिद्ध निवेश संस्था गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018-19 में भारत 8 फीसदी की दर से विकास करेगा। इसके पीछे का मुख्य कारण होगा, बैंकों का पुनर्पूंजीकरण. गोल्डमैन का मानना है कि बैंकों के पूंजीकरण से देश के क्रेडिट डिमांड और निजी निवेश को मजबूती मिलेगी.
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नई दिल्ली : भारत आज सफल नेतृत्व के चलते तेज़ी से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनता जा रहा है. चीन को पछाड़ते हुए दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था भारत बन चुका है. अभी हाल ही में वर्ल्ड बैंक ने ज़बरदस्त रिपोर्ट दी थी कि आने वाली दो तीन सालों तक भारत की अर्थव्यवस्था 7.5% फीसदी से ऊपर की रहेगी.
फिर भी बड़े शर्म की बात है दिल्ली में कांग्रेस के अधिवेशन में आज बड़े अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. दरअसल ये असली अर्थशास्त्री नहीं कांग्रेस की चाशनी में डूबा हुआ अर्थशास्त्री बोल रहा है. जबकि अमेरिका के नोबेल पुरूस्कार विजेता अर्थशात्री ने जो बात कही है उसे सुन आपका सीना गर्व से फूल उठेगा.
मोदी राज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत ने मनवाया अपना लोहा
अभी मिल रही ताज़ा खबर के मुताबिक ब्रिटेन ने भारत पर कब्ज़ा किया, उसे प्रगति करने से रोका, शोषण किया, लूटा इस सबसे भी भारत को महाशक्ति बनने से कोई नहीं रोक पाया. आज उसी भारत के सामने ब्रिटेन की कोई औकात नहीं है. नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकी अर्थशास्त्री पॉल क्रूगमैन ने भारत को लेकर बड़ी बात कही है.
उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले 30 सालों में जितनी आर्थिक प्रगति की है वो बेहद आश्चर्यजनक है और अद्भुत है उतनी तो ग्रेट ब्रिटेन को करने में 150 साल लग गए थे. एक न्यूज चैनल की समिट में हिस्सा लेते हुए उन्होंने शनिवार को ये बात कही कि आर्थिक मोर्चे पर भारत ने जितनी तेजी से प्रगति की है उतनी तो ब्रिटेन को करने में 150 साल लग गए सोचिये अगर भारत बहुत पहले ही आज़ाद हो गया होता तो आज भारत कहाँ से कहाँ होता.
आज अमेरिका को कड़ी टक्कर दे रहा है भारत
विश्व के उभरते हुए बाजारों में मध्यम श्रेणी की बढ़ती आय पर उन्होंने कहा, ‘जब लोग कहानी की बात करते हैं तो अक्सर उनका ध्यान चीन पर केंद्रित होता है लेकिन भारत भी कहानी का हिस्सा है, भारत बढ़ती जनसंख्या के कारण अभी भी गरीब है लेकिन उस स्तर पर नहीं जितना पहले था. भारतीय प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद करीब 12 फीसदी है जो अब अमेरिका के बराबर हो चुका है.ये वाकई में ज़बरदस्त प्रगति है’
जापान चीन से भी आगे भारत
भारत की आर्थिक प्रगति को असाधारण करार देते हुए उन्होंने कहा कि देश जापान-चीन से आगे निकल (परचेंजिंग पावर के मामले में) दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. यही नहीं पूरे यूरोप के किसी भी देश से कहीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है भारत. भारत जिस मुकाम पर आज खड़ा है वहां पहुंचने के लिए यूरोप के देशों और दस साल लगेंगे.
उन्होंने कहाँ भारत में लाइसेंस राज रहा है, जहां पिछली सुस्त सरकारों के चलते नौकरशाही बाधाएं बहुत रही हैं और पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हो सकती लेकिन मौजूदा सरकार में इसमें काफी कमी आई है. भारत में व्यापार करना काफी आसान हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि व्यापार करने की सुगमता में भारत 148 से सीधा 100वें स्थान पर आ गया है. यह बेहद अश्चार्यजनक है लेकिन सम्मान का तमगा नहीं है लेकिन यह पहले से बेहतर है. भारत अगर इसी तेज़ी से बढ़ता रहा तो उसका मुकाबला करने के लिए दूर दूर तक कोई नहीं होगा’
आपको बता दें वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष 2018-19 में 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. इसके साथ ही वित्त वर्ष 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है.

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने एक बार फिर दोहराया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था 2018 में 7.4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. आईएमएफ ने उम्मीद जताई है कि नोटबंदी और जीएसटी के बावजूद भारत उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास करेगा. आईएमएफ ने 2019 में भारत की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. इस दौरान चीन की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रहेगी.
सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 2018 में भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और वह चीन के मुकाबले आगे निकल जाएगा. जो की आज मोदी राज में मुमकिन हो पाया है भारत दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है.
सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) की रिपोर्ट के अनुसार भारत 2018 में ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़कर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तैयारी कर रहा है.
प्रसिद्ध निवेश संस्था गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018-19 में भारत 8 फीसदी की दर से विकास करेगा। इसके पीछे का मुख्य कारण होगा, बैंकों का पुनर्पूंजीकरण. गोल्डमैन का मानना है कि बैंकों के पूंजीकरण से देश के क्रेडिट डिमांड और निजी निवेश को मजबूती मिलेगी.
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https://youtu.be/k87GwTUEGuQ
https://youtu.be/hsfxfSRtdUs
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