लखनऊ : देश में देशविरोधी और कट्टरपंथी विचारधारा के लोग तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं. यही नहीं अब तो इन्होने छोटे छोटे बच्चों को इसका शिकार बनाना शुरू कर दिया है. यूपी के ऐसी ही एक स्कूल के कटरपंथी शिक्षक की हैरतअंगेज़ करतूत सामने आयी है जिसे देख लोगों का गुस्सा भड़क उठा है.
अभी मिल रही खबर के मुताबिक प्रदेश के एक स्कूल में शिक्षक द्वारा धार्मिक आस्था छात्रों पर थोपने का मामला सामने आया है। मामला एक सरकारी स्कूल का है. जो पैसे तो सरकार से लेता है लेकिन छात्रों में कट्टरपंथी की शिक्षा दे रहा था.
इस सरकारी स्कूल में तैनात उर्दू शिक्षक पर बच्चों को नमस्ते की जगह सलाम वालेकुम करना सिखाने का आरोप लगा है। इसकी जानकारी होते ही अभिभावकों ने स्कूल पहुंच हंगामा काटा। अभिभावकों के साथ बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी विरोध दर्ज कराया। मामला अधिकारियों तक पहुंचते ही शिक्षक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अखिलेश सरकार में तैनात किया गया
ऐसे ही कई उर्दू शिक्षकों को अखिलेश सरकार में तैनात किया गया था. यही नहीं कई हज़ार उर्दू शिक्षक और थे जिनको रखने का फरमान अखिलेश सुना कर चले गए थे लेकिन सीएम योगी ने आते ही सबसे पहले इन उर्दू शिक्षकों की भर्ती को रद्द किया.
अभी अगर ऐसा कुछ हिंदूवादी संगठन ने किया होता तो अब तक सेकुलरिज्म,लोकतंत्र खतरे आ चुका होता और कुछ लोग तो अपने अवार्ड भी वापिस करने चले आते लेकिन अब ना तो ये खबर बिकाऊ मीडिया दिखायेगा और ना ही कोई हंगामा मचेगा.
मामला राजधानी लखनऊ से सटे हरदोई जिले संडीला में उच्च प्राथमिक विद्यालय रसूलपुर का है। यहां तैनात उर्दू शिक्षक मोहम्मद इश्तियाक खान ने बच्चों नमस्ते न करके सलाम वालेकुम करने की शिक्षा दबाव बनाकर दे रहे हैं। स्कूल के मास्टर की यह करतूत बच्चों ने घर पर बताई। विद्यालय के दूसरे बच्चों से जब इस बारे में पूछा तो पता चला कि यह उर्दू शिक्षक मोहम्मद इश्तियाक ने सिखाया है।
उर्दू शिक्षक की इस हरकत से नाराज अभिभावकों ने स्कूल पर धावा बोल दिया। आरोपी शिक्षक के खिलाफ जमकर हंगामा किया गया। खबर पाते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता भी हंगामा काटने पहुंच गए। मामला बढ़ता देख प्रिंसिपल ने किसी तरह समझा बुझाकर माहौल शांत कराया। बताया जा रहा है कि पहले भी उर्दू शिक्षक की शिकायत की जा चुकी है। उनपर झाड़फूंक और बच्चों को दी जाने वाली स्टेशनरी बेचने के भी आरोप लग चुके हैं.
इस मामले पर बजरंग दल के एक कार्यकर्ता सुधीर सिंह ने कहा, उसकी भतीजी ने भी शिक्षक द्वारा सलाम सिखाए जाने की बात कही थी। जिसके बारे में प्रिंसिपल से शिकायत की थी। वहीं, इस मामले पर बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव का कहना है कि, उर्दू शिक्षक को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर उनके जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं होता है तो मामले में उचित कार्रवाई भी कराई जाएगी
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